🗳️ क्या है SIR (Special Intensive Revision)?

मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण – Election Commission का सबसे ज़रूरी अभियान

भारत में हर साल Election Commission of India (ECI) एक बड़ा अभियान चलाता है जिसे कहते हैं SIR – Special Intensive Revision यानी “मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण।”

इसका असली मकसद होता है यह सुनिश्चित करना कि देश के हर योग्य नागरिक का नाम वोटर लिस्ट में सही-सही दर्ज हो, और कोई भी गलत या डुप्लीकेट नाम उसमें शामिल न रहे।

सीधी भाषा में कहा जाए तो —

“यह वह समय है जब सरकार आपकी वोटर लिस्ट की सफाई करती है, ताकि अगला चुनाव ईमानदारी और सटीकता से हो सके।”




 

🌍 क्यों होता है यह अभियान?

वोटर लिस्ट यानी मतदाता सूची कोई स्थायी कागज़ नहीं है।
लोग शादी करते हैं, शहर बदलते हैं, मर जाते हैं, बच्चे 18 साल के हो जाते हैं — यानी जीवन में बदलाव होता रहता है।
ऐसे में पुरानी लिस्ट को अपडेट करना ज़रूरी हो जाता है।

अगर ये काम ना किया जाए तो कई तरह की गड़बड़ियाँ हो सकती हैं:

  • एक ही व्यक्ति का नाम दो जगहों पर हो सकता है,

  • मृत व्यक्ति का नाम भी लिस्ट में बना रह सकता है,

  • और कई युवा, जो नए वोटर बनने के योग्य हैं, उनका नाम जुड़ नहीं पाता।

Election Commission का कहना है कि एक साफ और सटीक वोटर लिस्ट लोकतंत्र की नींव है
इसलिए हर राज्य में, हर साल एक बार यह गहन पुनरीक्षण (Intensive Revision) किया जाता है।

🏠 घर-घर फॉर्म कैसे मिलेगा?

अब बात करते हैं सबसे अहम हिस्से की —
मतदाता सूची में सुधार या नाम जोड़ने के लिए जो “घर-घर सर्वे” किया जा रहा है, वो कैसे होता है?

हर इलाके में एक अधिकारी नियुक्त किया गया है — जिसे कहते हैं Booth Level Officer (BLO)
यही BLO आपके मोहल्ले, गांव, कॉलोनी या क्षेत्र के वोटर लिस्ट का जिम्मेदार होता है।

अब यही BLO आपके घर आएगा, और आपको एक फॉर्म देगा।
इस फॉर्म को Election Commission “पूर्व-भरा हुआ फॉर्म (Pre-Filled Form)” कहता है।

📄 इस फॉर्म में क्या होगा?

इसमें आपकी कुछ जानकारी पहले से भरी होगी, जैसे:

  • आपका पूरा नाम

  • पिता या पति का नाम

  • घर का पता

  • वोटर कार्ड नंबर (EPIC नंबर)

  • आपकी उम्र और जेंडर

  • आपका निर्वाचन क्षेत्र (Booth/Constituency)

BLO जब यह फॉर्म देगा, तो आपसे बोलेगा —

“भैया/बहन, ज़रा एक बार देख लीजिए कि इसमें सब ठीक लिखा है या नहीं।”

अब आपको बस उसे ध्यान से देखना है।
अगर सब कुछ सही है तो आपको केवल हस्ताक्षर करना या अंगूठा लगाना होता है।
इसका मतलब हुआ — “हाँ, मेरी जानकारी सही है।” ✅

लेकिन अगर कुछ गलत लिखा है, तो वही BLO वहीं पर आपकी गलती सुधारने का फॉर्म देगा —

  • नाम या एड्रेस बदलना है → Form 8 भरना होगा।

  • नया नाम जोड़ना है (18 साल वाले) → Form 6 भरना होगा।

  • मृत या स्थानांतरित व्यक्ति को हटाना है → Form 7 भरना होगा।

🧾 कौन-कौन से डॉक्यूमेंट देने होंगे?

BLO जब जानकारी लेगा, तो कुछ प्रमाण भी मांगेगा ताकि यह तय हो सके कि जानकारी असली है।
इसके लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट्स में से कोई एक देना पड़ सकता है:

  1. आधार कार्ड (सर्वाधिक मान्य)

  2. जन्म प्रमाणपत्र (अगर उम्र 18 साल के आस-पास है)

  3. राशन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस

  4. पासपोर्ट या पैन कार्ड

  5. बिजली/पानी का बिल (अगर एड्रेस बदल गया है तो)

ध्यान दें: सिर्फ आधार कार्ड दिखाने से ही मतदाता नहीं बना जा सकता —
Commission अन्य डॉक्यूमेंट्स से भी आपकी पहचान और पता कन्फर्म करता है।

📅 पूरा टाइम-टेबल (उत्तर प्रदेश के लिए)

Election Commission ने हर राज्य में SIR का टाइम-टेबल जारी किया है।

🗓️ SIR 2025 का पूरा शेड्यूल (Election Commission द्वारा घोषित)

चरण

तारीखें

क्या होगा

 तैयारी व ट्रेनिंग

28 अक्टूबर – 3 नवम्बर 2025

BLO (Booth Level Officers) को SIR ड्राइव के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी।

 घर-घर फॉर्म वितरण

4 नवम्बर – 4 दिसम्बर 2025

BLO हर घर जाकर वोटर वेरिफिकेशन करेगा और फॉर्म (Form-6 आदि) बाँटेगा।

 ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी

9 दिसम्बर 2025

प्रारंभिक वोटर लिस्ट (Draft Roll) सार्वजनिक की जाएगी ताकि लोग नाम जांच सकें।

 दावा और आपत्ति की अवधि

9 दिसम्बर – 8 जनवरी 2026

जिनके नाम या डिटेल्स में गलती है, वे सुधार या शिकायत कर सकते हैं।

 अंतिम वोटर लिस्ट जारी

7 फरवरी 2026

पूरी तरह अपडेटेड Final Voter List जारी की जाएगी।


उत्तर प्रदेश में प्रक्रिया इस तरह से चलेगी 👇


📍 अगर BLO घर ना आए तो क्या करें?

अगर किसी कारण से आपका BLO घर नहीं आया या आप उस समय घर पर नहीं थे, तो घबराने की जरूरत नहीं।
आप खुद भी ये काम ऑनलाइन कर सकते हैं।

बस जाएँ 👉 https://voters.eci.gov.in/

वहाँ आपको “Forms” सेक्शन में Form 6, 7 और 8 मिलेंगे —
जिन्हें भरकर आप ऑनलाइन सबमिट कर सकते हैं।
आप अपने वोटर कार्ड का स्टेटस भी वहीं चेक कर सकते हैं।

👥 किन लोगों पर ज़्यादा ध्यान दिया जा रहा है?

Election Commission ने इस बार खास तौर पर कुछ वर्गों पर ध्यान देने की बात कही है:

  1. 18-19 साल के युवा मतदाता – ताकि कोई नया वोटर छूटे नहीं।

  2. स्थानांतरित लोग – जो किसी और शहर या जिले में शिफ्ट हो गए हैं।

  3. महिला मतदाता – खासकर शादीशुदा महिलाएँ जिनका पता बदल गया है।

  4. डुप्लीकेट नाम वाले मतदाता – एक व्यक्ति दो जगह वोटर न बने।

  5. मृत व्यक्तियों के नाम – ताकि सूची साफ-सुथरी हो।

⚠️ क्या गलती नहीं करनी चाहिए?

  • BLO के आने पर घर पर मौजूद किसी भी वयस्क व्यक्ति को जानकारी देनी चाहिए।

  • फॉर्म को बिना पढ़े साइन न करें।

  • अगर आपके परिवार में कोई 18 साल का हुआ है, तो उसका नाम ज़रूर जोड़वाएँ।

  • किसी भी गलत जानकारी देना कानूनी अपराध है (Representation of People Act, 1950 के तहत)।

💬 SIR से जनता को क्या फायदा है?

  1. आपका वोट सुरक्षित रहेगा।
    अगर आपकी जानकारी सही रहेगी, तो चुनाव के दिन आपको किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

  2. गड़बड़ी वाले नाम हटेंगे।
    मृत या डुप्लीकेट नाम हटने से वोटिंग प्रक्रिया साफ़ और पारदर्शी होगी।

  3. नए वोटर जुड़ेंगे।
    जो युवा पहली बार वोट डालने वाले हैं, वो इस प्रक्रिया में शामिल हो पाएंगे।

  4. भविष्य के चुनावों में पारदर्शिता।
    जब लिस्ट सही होगी, तो चुनावों के परिणाम पर भरोसा और मज़बूत होगा।

📢 एक छोटा संदेश जनता के नाम

“अगर आपका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है, तो आपकी आवाज़ संसद तक नहीं पहुँच पाएगी।
SIR वही मौका है, जब आप लोकतंत्र में अपनी पहचान जोड़ सकते हैं।”

इसलिए जब BLO आपके घर आए,

  • मुस्कुरा कर उसका स्वागत करें,

  • फॉर्म सही भरें,

  • और लोकतंत्र में अपनी हिस्सेदारी दर्ज कराएँ।